मस्क की टेस्ला भारत में बनायेगी इलेक्ट्रिक कार
सरकार की नसीहत आई काम , आयत नहीं कारों का निर्माण करेगी टेस्ला
सरकार की नसीहत आई काम , आयत नहीं कारों का निर्माण करेगी टेस्ला
“मुझे मेरा राजीव लौटा दीजिए मैं वापस लौट जाऊंगी,नहीं लौटा सकते तो तो मुझे इसी मिट्टी में मिल जाने दीजिए'' सोनिया गांधी के यह शब्द उनके उस खत के हैं जो उन्होंने देश वासियों को संबोधित करते हुए लिखा था।
"दिग दिगंत चहुं दिस बसंत शिवराज तुम्हारे शासन में"
4 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि लक्षद्वीप की खूबसूरती देखकर अभिभूत हूं, सभी देशवासी जो एडवेंचर के शौकीन हैं उन्हे लक्षद्वीप जरूर आना चाहिए। इन तस्वीरों में प्रधानमंत्री समुद्र किनारे टहलते हुए नजर आ रहे हैं वही एक और तस्वीर में वह समुद्र में ‘स्नार्कलिंग’ करते नज़र आ रहें हैं।
नौकरी की तलाश में 37 साल के रमाकांत (बदला हुआ नाम) दिल्ली आते हैं । जिस इंसान ने नौकरी की उम्मीद देकर उसे बुलाया था, वह भी निराश कर देता है। दिल्ली जैसे शहर में थक-हार कर बैठे रमाकांत के सामने सबसे बड़ी समस्या रहने और खाने की थी, खाना तो जैसे-तैसे हो गया पर किसी होटल में रहना जेब की सेहत के लिए अच्छा नहीं था। कड़ाके की सर्दी बाहर कहीं फुटपाथ पर सोने के लिए रजामंदी नहीं दे रही थी, तभी उसे याद आता है “रैन बसेरा”
हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली गैस का चैंबर बनी हुई है। 21वी सदी में खड़े होकर भी हम प्रदूषण को कम करने के लिए बारिश का इंतजार करते नजर आते है। शिकागो विश्व विद्यालय की एक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली वालो की औसत आयु 10 से 15 वर्ष प्रदूषण के कारण कम हो रही है। इस साल एयर क्वालिटी इंडेक्स अपने रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया और प्रदूषण अपने सबसे ऊपरी स्तर पर पहुंच गया था। सभी सरकारी प्रयास इसे रोकने में नाकाम साबित हुए ।
दिल्ली का प्रसिद्ध रामलीला मैदान एक बार फिर लोगो की भीड़ से भरा हुआ है, जहां कई राज्यों में सरकारी नौकरी करने वाले लोग अपनी मांगों को लेकर बैठे हुए है। इसकी मीडिया में बाते भले ही कम हो, पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा जरूर है। जंतर मंतर हो या रामलीला मैदान या फिर किसी और राज्य का कोई धरना स्थल, लगभग हर जगह एक मुद्दा चल रहा है। नेशनल पेंशन स्कीम (एन.पी.एस) और ओल्ड पेंशन स्कीम (ओ.पी.एस)।
पेट की भूख रोजगार की चाह और बेहतर जीवन शैली की तलाश व्यक्ति को अपना घर और शहर छोड़ने को मजबूर करती हैं । हमारे देश की राजधानी दिल्ली उन शहरों में से एक है ,जहाँ पर लगभग पूरे देश से लोग रोजगार की तलाश में आते है ,और फिर यही के होकर रह जाते है।
सैर कर दुनिया की गाफिल जिंदगानी फिर कहां,